वाशिंगटन। लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्विटर' ने विश्वभर के राजनीतिक दलों को झटका देते हुए एक अहम फैसला लिया है और चुनाव प्रचार और राजनीतिक पंडितों के लिए अपने दरवाजे बंद कर दिए हैं। ट्विटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जैक डोरसे ने ट्वीट करके यह जानकारी दी। डोरसे ने कहा कि हमने वैश्विक रूप से राजनीतिक विज्ञापनों पर रोक लगाने का फैसला किया है। हम इस बात में विश्वास करते हैं कि राजनीतिक संदेशों की स्वयं की पहुंच होनी चाहिए न कि उसे खरीदा जाना चाहिए। सही है न? कोई सवाल?
जैक डोरसे ने माना कि ट्विटर के इस कदम का कुछ लोग विरोध कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमने कई ऐसे सामाजिक आंदोलन देखे हैं जो बिना किसी राजनीतिक विज्ञापन के जन-जन तक पहुंचे हैं। मुझे विश्वास है कि हम आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि 15 नवंबर तक ट्विटर की नई योजनाओं की घोषणा की जाएगी, जिनमें प्रतिबंधित राजनीतिक विज्ञापनों के कुछ अपवाद भी शामिल होंगे। मसलन मतदाता पंजीयन को मदद करने वाले विज्ञापनों को इस प्रतिबंध से छूट होगी।