वुहान। चीन में महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस का कहर दुनियाभर में फैलता जा रहा है। अब तक इस जानलेवा वायरस को किसी भी तरह से रोकने में चीन विफल रहा है और उसकी हताशाभरी कवायद खुद उसके नागरिकों के लिए गंभीर संकट का सबब बनती जा रही है। कोरोना का गढ़ कहे जाने वाले वुहान के नागरिकों का हाल अपने ही देश में अछूतों जैसा है। यही नहीं वुहान के लोगों की तलाश के लिए चीन सरकार ने इनाम घोषित कर रखा है, जो एक पड़ोसी को दूसरे का दुश्मन बना रहा है। हालात इतने खराब हैं कि जिन लोगों में इस वायरस के लक्षण नहीं हैं, उन्हें भी जबरन बाहर किया जा रहा है।
एक अमेरिकी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान से कोरोना वायरस की शुरुआत के बाद अब तक चीन में 425 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और पूरी दुनिया में खौफ का माहौल है। वुहान चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग का गृह जनपद है लेकिन अब यह शहर भूतिया जंगल में बदल गया है। चीन के लाखों लोग अपने घर नहीं जा पा रहे हैं क्योंकि उन्हें डर सता रहा है कि वे इस बीमारी से संक्रमित हो सकती है। कोरोना वायरस को रोकने के लिए चीन सरकार ने पूरे देश में सर्विलांस नेटवर्क बना रखा है, जो चेहरे को पहचान करने वाली तकनीक और उच्च क्षमता के कैमरों से लैस है। इससे हर जगह नागरिकों की निगरानी की जा रही है। यही नहीं सरकार की ओर से लोगों को कहा जा रहा है कि वे अपने आसपास के लोगों के बारे में सूचना दें।
पड़ोसी को बनाया पड़ोसी का दुश्मन
वुहान से लौटे लिनहाई ने जैसे ही सरकारी अधिकारियों को अपनी जानकारी दी, उसके बाद पुलिस उनके घर आ धमकी और उसने लिन के कमरे को जबरन टेप से बंद कर दिया और वहां पर साइन बोर्ड लगा दिया। इस बोर्ड में पड़ोसियों को चेतावनी देते हुए लिखा गया है कि यहां पर वुहान से लौटा व्यक्ति रह रहा है। इस बोर्ड में लिखा है कि यदि लिनहाई या उनके परिवार का कोई सदस्य घर से बाहर निकलता है तो पड़ोसी इसकी सूचना हॉटलाइन पर दें। चीन के उत्तरी प्रांत हेबई में तो वुहान से लौटे लोगों के बारे में बताने पर करीब 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है।