सर्बिया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बेलग्रेड सर्बिया में अंतर संसदीय संघ की 141वीं बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व किया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का सुदृढ़ीकरण, संसद की भूमिका, तंत्र और क्षेत्रीय सहयोग का योगदान विषय पर सभा को सम्बोधित किया। उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि न्यायसंगत, शांतिपूर्ण और समृद्ध विश्व के लिए एक संतुलित अन्तर्राष्ट्रीय व्यवस्था का होना अनिवार्य है। इसके लिए ऐसे मानदंड और मानक तैयार किए जाने की आवश्यकता है, जो सम्पूर्ण अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को स्वीकार्य हों।
बिरला ने कहा कि आपसी निर्भरता को समझ कर ही विश्व के राष्ट्र राज्य एक मंच पर आने के लिए इच्छुक हैं। व्यापार, निवेश और बौद्धिक संपदा, परिवहन और संचारय समुद्र एवं महासागर जैसे विश्व के साझे संसाधनों के मामले में इस सिद्धांत को अपनाया जा रहा है। वहीं पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, आदि जैसे व्यापक क्षेत्रों में भी कानून बनाने के लिए प्रयास किये जा रहा हैं। कई अन्य ऐसे क्षेत्र हैं, जिनके संबंध में हम गंभीर और सामूहिक रूप से क्षति पहुंचाने वाले मामलों में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कानून विकसित नहीं कर पाए हैं। उन्होने कहा कि आतंकवाद एक पूरे विश्व के लिऐ गंभीर चिंता का विषय है। विश्वशांति और आतंकवाद के मामलों में प्रभावशाली अन्र्तराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि संकीर्ण भूराजनैतिक हितों के कारण इस मुद्दे पर अभी तक प्रभावी वैश्विक कानून नहीं बनाया जा सका है। महत्वपूर्ण मुद्दे पर प्रभावी कानून बनाने की दिशा में होने वाली प्रगति को रोकने के लिए कई देश विभिन्न अप्रासंगिक कानूनी विचारधाराओं का सहारा लेते रहते हैं।