अहमदाबाद। भारत ने अपने स्पिनरों अक्षर पटेल और अश्विन के घातक प्रदर्शन से इंग्लैंड को तीसरे डे नाइट टेस्ट मुकाबले में मात्र दो दिन के अंदर धूल चटा कर नरेंद्र मोदी स्टेडियम में इतिहास रच दिया। भारत ने यह मुकाबला गुरुवार को दूसरे दिन 10 विकेट से जीत कर चार मैचों की शृंखला में 2-1 की बढ़त बना ली और आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने का अपना दावा मजबूत कर दिया। भारत ने इंग्लैंड को दूसरे दिन दूसरी पारी में 81 रन पर निपटाया, जिसके बाद उसे मैच जीतने के लिए 49 रन का लक्ष्य मिला। भारत ने बिना कोई विकेट खोए 49 रन बना कर ऐतिहासिक जीत अपने नाम की। भारत को अब इसी मैदान पर होने वाले चौथे और अंतिम मुकाबले को जीतना या ड्रॉ कराना है, जिससे वह इस साल जून में इंग्लैंड के लॉर्ड्स मैदान पर होने वाले आईसीसी टेस्ट चैंपियनयिाप के फाइनल में पहुंच जाएगा। बल्लेबाजों की कब्रगाह बनी अहमदाबाद स्टेडियम की पिच पर दो दिन स्पिनरों का जलवा रहा।
भारत को मिला 49 रन का लक्ष्य
इंग्लैंड ने अपनी पहली में 112 रन बनाए थे, जबकि भारत की पहली 145 रन पर समाप्त हुई। इंग्लैंड की दूसरी पारी 81 रन पर सिमटी और भारत को जीत के लिए 49 रन का लक्ष्य मिला। रोहित शर्मा ने नाबाद 25 और शुभमन गिल ने नाबाद 15 रन बना कर भारत को एकतरफा जीत दिला दी।
अश्विन ने 400 विकेट पूरे किए
इस मैच में भारत की जीत के हीरो रहे दोनों स्पिनर, जिन्होंने स्पिन की मददगार पिच पर इंग्लैंड के बल्लेबाजों को समर्पण करने पर मजबूर कर दिया। लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल मैच में कुल 11 विकेट ले प्लेयर ऑफ द मैच रहे, जबकि ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के हिस्से में सात विकेट आए। अक्षर ने डे नाइट टेस्ट में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का रिकॉर्ड बना डाला, जबकि अश्विन ने दूसरी पारी का तीसरा विकेट लेते ही अपने 400 विकेट पूरे कर लिए।
टेस्ट में 22वीं बार दो दिन में खत्म हुआ खेल
भारत ने तीसरा टेस्ट दूसरे दिन का खेल खत्म होने से पहले ही जीत लिया। भारत ने दूसरी बार ये कारनामा किया। इससे पहले 2018 में बेंगलुरु में अफगानिस्तान को दूसरे दिन मात देने में कामयाबी हासिल की थी। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 22 टेस्ट मैच 2 दिन के भीतर खत्म हुए हैं जिसमें इंग्लैंड की टीम 13 मुकाबलों का हिस्सा रही है। इन 13 मुकाबलों में जहां इंग्लैंड को 4 बार हार का सामना करना पड़ा है जबकि 9 बार उसे जीत हासिल हुई है।
50 साल बाद इंग्लैंड ने तोड़ा शर्मनाक रिकॉर्ड
इंग्लैंड टीम अपनी दूसरी पारी में महजर 81 रन पर ढेर हो गई। भारत के खिलाफ इंग्लैंड का यह सबसे कम स्कोर है। इससे पहले इंग्लैंड का न्यूनतम स्कोर 101 रन था, जो उसने 1971 में ओवल में बनाया। 1979 में मुम्बई में इंग्लैंड टीम 102 और 1986 में लीड्स में 102 रनों पर सिमट गई थी। अहमदाबाद टेस्ट की पहली पारी में भी इंग्लैंड 112 रन ही बना सकी।
भारत की जीत से बदले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के समीकरण
भारत ने इस जीत के साथ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की ओर एक और कदम बढ़ लिया है। इस जीत के साथ टीम इंडिया वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप प्वॉइंट्स टेबल में पहले स्थान पर पहुंच गई है। भारत के नाम अब 71 प्रतिशत अंक हैं। पहले ही फाइनल में जगह बना चुकी न्यूजीलैंड की टीम दूसरे स्थान पर है। भारत को अगर इस चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचना है तो इंग्लैंड को अगले टेस्ट में उन्हें या तो मात देनी होगी या फिर मैच ड्रॉ कराना होगा। अगर भारत वह टेस्ट मैच हार जाता है तो उनका वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने का सपना टूट जाएगा और आस्ट्रेलिया फाइनल में पहुंच जाएगी।
आईसीसी तय करेगी कि पिच सही थी या नहीं: रूट
इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने मैच के बाद कहा कि मोटेरा की पिच टेस्ट क्रिकेट के लिए उपयुक्त थी या नहीं यह फैसला करना खिलाड़ियों का नहीं बल्कि आईसीसी का काम है। रूट ने हार के लिए पिच को कोई दोष नहीं दिया। हालांकि उन्होंने कहा कि आईसीसी को टेस्ट क्रिकेट के लिए अनुकूल पिच को लेकर विचार करना चाहिए। रूट ने कहा कि पिच बल्लेबाजी के लिए बेहद मुश्किल थी। उन्होंने कहा कि एक खिलाड़ी के रूप में हमें जैसी भी परिस्थितियां हों उनमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है।