सिडनी। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट पांचवें और आखिरी दिन ड्रॉ हो गया। विवादों के बीच सिडनी टेस्ट मैच में ड्रॉ के बाद भी भारत की जीत है। ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने जीत के लिए 407 का बेहद मुश्किल लक्ष्य रखा था और भारत ने मैच ड्रा समाप्त होने तक 5 विकेट पर 334 रन बनाए। सिडनी का यह मैच भारतीय टेस्ट इतिहास में हनुमा विहारी और अश्विन के जज्बे, साहस और संघर्ष क्षमता के लिए दर्ज हो गया है। दोनों खिलाड़ियों ने चोटिल होने के बावजूद मोर्चा संभाले रखा और टेस्ट ड्रा कराकर ही दम लिया। ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों ने शॉर्ट पिच और बाउंसर तथा ऑफ स्पिनर नाथन लियोन ने फील्डरों का नजदीकी घेरा लगाकर दोनों बल्लेबाजों की कड़ी परीक्षा ली, लेकिन दोनों बल्लेबाजों की सुरक्षा में सेंध नहीं लगा सके।
इससे पहले भारत ने सुबह जब अपनी पारी को आगे बढ़ाया तो उसे पूरे दिन में जीत हासिल करने के लिए 309 रन बनाने की जरुरत थी या फिर टेस्ट ड्रॉ कराने के लिए पूरा दिन निकालना था। पुजारा ने 9 रन और रहाणे ने 4 रन से अपनी पारी को आगे बढ़ाया। भारत को तीसरा झटका जल्द ही लग गया जब ऑफ स्पिनर लियोन ने कप्तान रहाणे को मैथ्यू वेड के हाथों कैच करा दिया। रहाणे अपने स्कोर में कोई इजाफा नहीं कर सके और 18 गेंदों में 4 रन बनाकर आउट हो गए। भारत का तीसरा विकेट 102 के स्कोर पर गिरा। इसके बाद मैदान पर पुजारा का साथ देने उतरे विकेटकीपर ऋषभ पंत जिनके बाएं हाथ की कोहनी पर पहली पारी में पैट कमिंस की गेंद पर चोट लग गई थी, लेकिन इस बार मैदान पर उतरने के साथ ही पंत ने आक्रामक तेवरों के साथ बल्लेबाजी की।
पुजारा और पंत की साझेदारी ने ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर धकेल दिया। इस साझेदारी के समय लग रहा था कि भारत जीत की तरफ अग्रसर भी हो सकता है लेकिन लियोन ने पंत को कमिंस के हाथों कैच करा कर भारत की उम्मीदों को झटका दे दिया। भारत का चौथा विकेट 250 के स्कोर पर गिरा। पंत ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर हल्ला बोला और अपने आक्रामक तेवरों से उनके पसीने निकाल दिए। पंत ने 118 गेंदों पर 12 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 97 रन की बेहद दर्शनीय पारी खेली। दूसरी तरफ पुजारा ने संयम और एकाग्रता का अद्भुत नमूना पेश करते हुए 205 गेंदों में 12 चौकों की मदद से 77 रन बनाए। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 148 रन की साझेदारी की। पंत का दुर्भाग्य रहा कि वह मात्र 3 रन से अपना शतक पूरा नहीं कर पाए। पंत का विकेट 250 और पुजारा का विकेट 272 के स्कोर पर गिरा। पुजारा के आउट होने के बाद हनुमा और अश्विन ने मोर्चा संभाला और विपरीत परिस्थियों के बावजूद टेस्ट को ड्रा करा दिया।
हनुमा और अश्विन ने 42.4 तक बल्लेबाजी की और अपना विकेट नहीं गवाया। हैमस्ट्रिंग चोट के कारण हनुमा रन लेने की स्थिति में नहीं थे लेकिन क्रीज पर अपनी जगह खड़े-खड़े उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के तीन तेज गेंदबाजों मिशेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और पैट कमिंस का बखूबी सामना किया। अश्विन को सीने में तेज गेंदबाजों की शार्ट पिच गेंद लगी थी जिसके बाद उन्होंने चेस्ट गार्ड लगा कर हनुमा का अच्छा साथ निभाया। अश्विन ने खास तौर पर ऑफ स्पिनर नाथन लियोन को गेंद टर्न कराने के बहुत कम ही मौके दिए। हालांकि 5 फील्डर बल्लेबाज के आसपास घेरा बनाए हुए थे लेकिन अश्विन ने कदमों का सही इस्तेमाल करते हुए गेंद को फ्रंट फुट पर जा कर वहीं दबा दिया और बैक फुट पर गेंद को हल्के से खेल दिया। उन्होंने कोई नजदीकी कैच नहीं निकलने दिया। उन्हें सीन अबॉट से मिले जीवनदान का भी फायदा मिला। अश्विन ने इसके बाद ऑस्ट्रेलिया को कोई मौका नहीं दिया।
भारत की दूसरी पारी में 131 ओवर फेंके गए और 1980 के बाद से यह पहला मौका है जब भारत ने चौथी पारी में इतनी लंबी बल्लेबाजी की हैं। भारत के टेस्ट इतिहास में यह 5वा मौका है जब उसने ड्रॉ हुए टेस्ट की चौथी पारी में इतने ज्यादा ओवर खेले हैं। ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर ड्रॉ हुए टेस्ट की चौथी पारी में किसी एशियाई टीम ने यह सबसे ज्यादा ओवर खेले हैं। हनुमा-अश्विन ने 258 गेंदों पर 62 रन की अविजित साझेदारी कर ऑस्ट्रेलिया के खेमे को निराश कर दिया। हनुमा ने 161 गेंदों का सामना किया और नाबाद 23 रन में 4 चौके लगाए, जबकि अश्विन ने 128 गेंदों का सामना किया और नाबाद 39 रन में 7 चौके लगाए। दोनों बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के तेज और स्पिन गेंदबाजों के सामने गजब का जज्बा दिखाया और लगातार अपना विकेट संभाले रखा।
ऋषभ पंत (97 रन), चेतेश्वर पुजारा (77 रन), रविचंद्रन अश्विन (नाबाद 39 रन) और हनुमा विहारी (नाबाद 23 रन) के अदम्य साहस और जबरदस्त संघर्ष क्षमता से भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतिम दिन मैच को ड्रा करा लिया। इससे पहले चौथे दिन 407 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम को सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने शानदार शुरुआत दी। दोनों बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में भी 71 रन की साझेदारी की। हालांकि गिल अपनी पारी को ज्यादा लंबा नहीं कर पाए और 31 रन के स्कोर पर हेजलवुड की गेंद पर विकेटकीपर को कैच थमा बैठे। रोहित शर्मा 52 रन की पारी खेलकर आउट हुए। उनका विकेट 99 रन के स्कोर पर गिरा। 4 मैचों की सीरीज 1-1 से बराबरी पर है और दोनों देशों के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का फैसला अब 15 जनवरी से ब्रिस्बेन में होने वाले आखिरी टेस्ट से होगा।