जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार का आज से कोरोना के खिलाफ जागरूकता के लिए जन आंदोलन की शुरुआत होगी। इस दौरान मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री-विधायक विभिन्न स्थानों पर जाएंगे और बिना मास्क वाले व्यक्ति को पहले नमस्कार करेंगे और फिर उसे मास्क भेंट करेंगे। गहलोत ने शुक्रवार को महात्मा गांधी की जयंती पर सचिवालय में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कोरोना को लेकर शानदार प्रबंधन रहा है। इसका परिणाम है कि राजस्थान में कोरोना की मृत्यु दर और रिकवरी रेट बेहतर रही है। चिकित्सा विशेषज्ञों की सलाह पर अब जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है और आज से इसकी शुरुआत हो गई है।
गहलोत ने कहा कि पिछले दिनों चिकित्सकों और विशेषज्ञों ने सलाह दी थी कि एक महीने तक सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगा के घर बाहर निकले तो कोरोना के खिलाफ हम जंग जीत सकते हैं। सरकार ने सभी वर्ग के लोगों के साथ संवाद किया था, फिर चाहे सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, सामाजिक कार्यकर्ता हो या व्यापारी वर्ग, यहां तक की आम जनता से भी कोरोना के खिलाफ किस तरह से लड़ाई लड़ी जाए, इसको लेकर सुझाव लिए थे। उसमें सभी के सुझाव थे कि अब लॉकडाउन लगाना ठीक नहीं है, अर्थव्यवस्था को बनाए रखना भी बेहद जरूरी है, ऐसे में सभी के सुझाव थे कि एक विशेष मास लेवल पर जन जागरूकता अभियान शुरू किया जाए, जिससे लोग जागरूक किया जा सके।
गहलोत ने कहा कि अनलॉक शुरू होने के साथ कोरोना प्रोटोकॉल की अवहेलना हो रही है। इसको लेकर लोगों में जागरूकता बने, इसी को देखते हुए सरकार की तरफ से विशेष जन जागरूकता अभियान शुरू किया जा रहा है। इस अभियान के जरिए प्रदेशवासियों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क लगाने के लिए जागरूक किया जाएगा। सरकार के सभी मंत्री और विधायक जनता के बीच में जाएंगे और लोगों को हाथ जोड़कर सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के साथ मास्क लगाने को लेकर जागरूक करेंगे।
सभी से एकजुटता की अपील
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो मैं खुद भी जनता को जागरूक करने के लिए उनके बीच में जाऊंगा और अगर कोई व्यक्ति बिना मास्क के निकलता है तो उसको हाथ जोड़ के मास्क लगाने का अनुरोध करूंगा। मुख्यमंत्री ने अपील की कि यह अभियान पार्टी व सरकार का नहीं है। ये कोरोना के खिलाफ जंग है, जिसमें हम सभी को एक साथ मिलकर लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि पक्ष-विपक्ष के सभी जनप्रतिनिधि इस अभियान में शामिल हो, सामाजिक संगठन लोगों को जागरूक करने में सरकार के साथ काम करें। मीडिया भी इस अभियान में सकारात्मक भूमिका निभाएं ताकि हम इसके अच्छे परिणाम ला सकें। यह कार्यक्रम कोई सरकारी नहीं है बल्कि गैर सरकारी कार्यक्रम है, जिसमें सभी को एकजुटता के साथ काम करना चाहिए।