कोटा। जिसका डर था कोटा में वही हो गया। कोचिंग खुलने के साथ ही कोटा के प्रमुख कोचिंग संस्थान एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के 18 स्टूडेंट्स कोरोना पॉजीटिव मिले हैं। काफी प्रयासों के बाद कोटा के कोचिंग संस्थानों में क्लासरूम पढ़ाई शुरू हुई थी, लेकिन क्लासरूम में पढ़ाई शुरू होने के तीसरे दिन ही बुधवार को एलन कॅरियर के 18 स्टूडेंट्स की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव मिली है। रिपोर्ट पॉजिटिव मिलते ही संस्थान में हड़कंप मच गया है। पॉजिटिव विद्यार्थियों को अपने हॉस्टल्स में होम आइसोलेट कर दिया गया है। अब अन्य स्टूडेंट्स की भी रेंडम सैम्पलिंग करवाने की बात सामने आ रही है।
साथ ही गाइडलाइन के अनुरूप पॉजिटिव स्टूडेंट्स के क्लासरूम को एक दो दिनों के लिए बंद भी किया जा सकता है। क्योंकि, जांच के दौरान ऐसा प्रोटोकॉल अपनाया जाता है। क्लासरूम और परिसर को सेनेटाइज करने के उपरांत पढ़ाई शुरू की जाती है। हालांकि, अब देखने वाली बात यह है कि स्टूडेंट्स कोचिंग परिसर में कितने लोगों से मिले थे। इन सभी की जांच करवाई जानी है। यदि सभी की जांच होती है तो बड़ी संख्या में छात्रों के पाजीटिव मिलने की आशंका है। क्योंकि जो छात्र पॉजिटिव मिले हैं वह पिछले कई दिनों से कोचिंग में पंजीयन करवाने के लिए लगातार संस्थान के चक्कर काट रहे थे। हॉस्टल और मैस में भी खाना खा रहे थे।
पॉजिटिव रिपोर्ट मिलते ही सैंपलिंग बंद
बड़ी संख्या में एलन के स्टूडेंट्स पॉजिटिव आने के बाद सीएमएचओ की टीम ने दूसरे स्टेट से आने वाले स्टूडेंट्स के सैंपल लेने ही बंद कर दिए हैं। स्टूडेंट्स से अपने घर से रिपोर्ट नेगेटिव लाने की बात कही जा रही है। बताया जा रहा है कि ऐसा कोचिंग संस्थान के दबाव से किया है। ऐसे में स्टूडेंट्स के सामने समस्या उत्पन्न हो गई है। क्योंकि, स्टूडेंट्स वहां से स्वस्थ मानकर यहां आ रहे हैं। यहां आते ही कोविड पॉजिटिव हो रहे हैं। स्टूडेंट्स की जांच नहीं होती है तो उनके सामने बड़ी दिक्कत हो सकती है। हालांकि, जिला प्रशासन ने समस्या का निवारण करने की बात कही है।
एलन कॅरियर को उठाना होगा खर्च
पॉजिटिव स्टूडेंट्स एलन कोचिंग के हैं। उन्होंने अपना नाम पता सभी एलन का दिया है। सैंपलिंग टीम ने लैंड मार्क सिटी और नया नोहरा में एलन परिसर में स्टूडेंट्स के सैंपल लिए थे। यहीं की जांच रिपोर्ट में स्टूडेंट्स पॉजीटिव मिले हैं। गाइड लाइन के अनुसार अब उनके उपचार का सारा खर्च एलन कोचिंग को उठाना होगा। यहां तक कि उनकी रिपोर्ट नेगेटिव नहीं आने तक स्टूडेंट्स की देखभाल भी संस्थान द्वारा की जाएगी। ऐसा नहीं करने पर जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई का प्रावधान है। अधिक स्टूडेंट्स पॉजिटिव आने पर कोचिंग, स्कूल और कॉलेज को फिर से बंद किया जा सकता है।
इनका कहना है
अन्य राज्यों के स्टूडेंट्स की जांच हमारे पास नहीं होगी। उनको अपने घर से रिपोर्ट नेगेटिव लानी होगी। ऐसी गाइडलाइन मिली है। जांच के दौरान पहचान पत्र भी मांगे जाएंगे।
-डॉ. हर्षद सिंह नरूका, कोविड सैंपल प्रभारी
गाइड लाइन के अनुसार बाहरी राज्यों से आने वाले विद्यार्थियों को वहीं से कोरोना की जांच करवाकर नेगेटिव रिपोर्ट लाना है। यहां रहने वाले बाहरी राज्यों के बच्चों की जांच तो कोटा में ही होगी। अभी तक जो बच्चे पॉजिटिव आए हैं वह कोचिंग जाने से पहले के हैं। ऐसे में उन्हें हॉस्टलों में ही क्वारेंटाइन करना है। यदि किसी कोचिंग संस्थान की लापरवाही के कारण और बड़ी संख्या में विद्यार्थी पॉजिटिव आते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई करने का प्रावधान है।
-उज्जवल राठौड़, जिला कलेक्टर, कोटा
गाइडलाइन की अवहेलना
कोटा शहर में 18 जनवरी को स्कूल, कॉलेज और कोचिंग खुलते ही जिला प्रशासन ने प्रबंधकों की बैठक ली थी। उनको बैठक में गाइडलाइन की पालना करने के सख्त निर्देश दिए थे। बैठक में कोविड जांच नेगेटिव आने के बाद ही छात्रों को प्रवेश देने की बात कही गई थी, लेकिन एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट ने गाइडलाइन की अवहेलना कर दी। संस्थान ने बिना जांच ही छात्रों को प्रवेश दे दिया। इतना ही नहीं पॉजीटिव विद्यार्थियों में सभी का पता एलन अंकित हैं। साथ ही सैम्पल भी एलन परिसर में लिए गए थे। ऐसे में यह स्पष्ट है कि स्टूडेंट्स लगातार कोचिंग परिसर में अन्य के क्लोज कांटेक्ट में थे। स्टूडेंट्स से बात करने पर जानकारी मिली कि यह सभी पिछले कई दिनों पहले ही कोटा आ गए थे और कोटा में रहकर ही पढ़ाई कर रहे थे।