जयपुर। आम लोगों के समय पर काम नहीं करने एवं लेटलतीफी के लिए चर्चाओं में रहने वाले नगर निगम ग्रेटर में अब आमजन को राहत प्रदान करने के लिए पेंडेंसी को शून्य करने की मुहिम शुरू कर दी है। इसके लिए निगम ग्रेटर आयुक्त यज्ञमित्र देव सिंह ने मंगलवार को निगम की विभिन्न शाखाओं में जाकर लम्बित पत्रावलियों का वहीं निस्तारण किया। सुबह कार्यालय समय शुरू होने के साथ ही आयुक्त कार्मिक शाखा पहुंचे। यहां कार्मिकों के नियमितिकरण, पेंशन तथा अनुकंपात्मक नियुक्ति के निर्णय की 103 पत्रावलियों का निस्तारण किया। इसके बाद आयुक्त आयोजना शाखा पहुंचे जहां उन्होंने पट्टे, निर्माण स्वीकृति, एकीकरण एवं उपविभाजन से संबंधित लगभग 20 पत्रावलियों का निस्तारण किया। आयुक्त ने मुख्यालय स्थित लेखा शाखा में पहुंचकर लगभग 102 से अधिक पत्रावलियों का निस्तारण किया।
अनुकम्पात्मक नियुक्ति के मामलों की सूचना सात दिवस में भिजवाने के निर्देश
अनुकम्पात्मक नियुक्ति के लिए वर्षों से चक्कर लगा रहे लोगों को राहत देने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए आयुक्त ने सभी जोन उपायुक्तों एवं अनुभाग अधिकारियों को आदेश जारी किए है कि उनके अधीन पेंडिंग चल रहे अनुकम्पा नियुक्ति के समस्त प्रकरणों की सूचना सात दिवस में मुख्यालय भिजवाएं। इसके अतिरिक्त समस्त प्रकरणों की जांच कर रिपोर्ट 10 दिवस में मुख्यालय भिजवाने के आदेश भी आयुक्त ने दिए।
बकाया पेंशन प्रकरणों के तत्काल निस्तारण के आदेश
सभी उपायुक्तों एवं अनुभाग अधिकारियों को उनके अधीन बकाया पेंशन प्रकरणों की सूचना सात दिवस में भिजवाने तथा समस्त प्रकरणों का परीक्षण कर 10 दिवस में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश जारी किए है। फाइलों को अटकाने की परम्परा को समाप्त कर लोगों को समय पर राहत देने के प्रयास किए जाएंगे। आदेश के बाद भी कोई कर्मचारी कार्य का निस्तारण निर्धारित समय पर नहीं करता है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
प्रत्येक शाखा के बाहर होगी अधिकारी और कर्मचारियों के कार्यों की जानकारी
नगर निगम ग्रेटर में अब आमजन को अधिकारी-कर्मचारियों की जानकारी के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। इसके लिए सभी शाखाओं के बाहर अधिकारी-कर्मचारियों के संबंधित कार्य के साथ ही उनके मोबाइल नंबर भी दर्ज किए गए है। नगर निगम ग्रेटर आयुक्त यज्ञमित्र देव सिंह ने निगम में आम लोगों की सहूलियत के लिए नवाचार किया है। इसके लिए सभी शाखाओं के बाहर अधिकारी कर्मचारियों के पदनाम की जानकारी के साथ ही उनको आवंटित कार्य के साथ ही मोबाइल नंबर चस्पा किए गए है। इससे कोई भी व्यक्ति निगम में अपने कार्य के लिए आता है तो उसे भटकने के स्थान पर संबंधित कर्मचारी से संपर्क करने में आसानी रहेगी।