उदयपुर। फेसबुक पर सात साल पहले एक दूसरे के संपर्क में आए राजसमंद के वैभव शर्मा व अमेरिका के टैक्सास शहर की स्टेफनी बुधवार को शहर के जगदीश मंदिर में परिणय सूत्र में बंध गए। दोनों ने वैदिक रीति अनुसार फेरे लिए। इस दौरान दोनों पक्षों के परिजन मौजूद थे।
होटल मैनेजमेंट से जुड़े राजसमंद के कांकरोली शहर में शांति कॉलोनी में रहने वाला वैभव सात साल पहले कॉलेज में पढ़ रहा था, उसी दौरान फेसबुक पर उसकी अमेरिका में पढ़ रही स्टेफनी से दोस्ती हुई। इसके बाद दोनों तीन साल पहले जयपुर में मिले। यहां से दोनों की दोस्ती नजदीकियों में बदली। इसके बाद वैभव ने इस रिश्ते के संबंध में परिजनों से बात की, जहां से स्वीकृति मिलने के बाद इस साल अप्रेल माह में स्टेफनी अपनी बहन और मां के साथ राजसमंद आई जिन्होंने दोनों की शादी पर रजामंदी प्रकट की।
- बुजुर्गों की देखभाल के साथ डॉक्टरी की पढ़ाई
जगदीश मंदिर में परिणय सूत्र में बंध रही स्टेफनी-22 अभी टेक्सास में केयर हाउस में बुजुर्गों की देखभाल करती हैं। इसके साथ ही वह मेडिकल की पढ़ाई भी कर रही हैं। दूल्हा वैभव-23 जयपुर में होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर नौकरी कर रहा है। वहीं शादी से दूल्हे के पिता योगेन्द्र शर्मा सहित सभी परिजन खुश दिख रहे थे। योगेन्द्र शर्मा जेके टायर्स,कांकरोली से सेवानिवृत कर्मचारी हैं। शादी के दौरान वर-वधु पक्ष के लोगों के अलावा दूल्हे के आठ-दस दोस्त भी मौजूद थे।
- शादी के बाद कहीं भी रहें, फर्क नहीं पड़ता
विदेशी महिला के रहन-सहन और तौर-तरीके भारतीय संस्कृति से पृथक होने तथा दुल्हन के इस संस्कृति में घुलने-मिलने के संबंध में अलीगढ़ स्कूल में प्राचार्य दूल्हे की बहन कृति शर्मा का कहना है कि शादी के बाद दोनों कहीं भी रहे। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। हम तो यही चाहते हैं कि दोनों परिवार के संपर्क में रहें। अगर स्टेफनी उसके भाई वैभव को लेकर अमेरिका में बसना चाहती है तो भी कोई चिंता की बात नहीं है।