राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का डेयरी और पशुपालन के प्रति बहुत गहरा लगाव था और उन्होंने वैज्ञानिक ढंग से पशुपालन का बेंगलुरु के तत्कालीन इम्पीरियल डेयरी इंस्टीट्यूट में प्रशिक्षण भी लिया था। इंस्टीट्यूट के निदेशक के पी रमेश के अनुसार संस्थान की आगन्तुक पुस्तिका में महात्मा गांधी के नाम के साथ बैरिस्टर लिखा गया था, जिसे उन्होंने कलम से काट कर खुद को साबरमती का किसान लिखा था।
गृहणी से ब्लू पॉटरी का सफर करने वाली वरिष्ठ कलाकार लीला बोर्डिया 40 वर्षों से ब्लू पॉटरी में प्लेट, टाइल्स, ज्वैलरी, बीड्स, पॉट, चौसर, शतरंज, परफ्यूट बॉटल, टी सैट वगैरह तैयार कर इसकी ख्याति को विदेशों तक बढ़ाने में योगदान दिया है।
देश भर में आयोजित रामलीलाओं में खलनायक की भूमिका में नजर आने वाला रावण उत्तर प्रदेश के इटावा के जसवंतनगर में संकट मोचक की भूमिका में पूजा जाता है। यहां रामलीला के समापन में रावण के पुतले को दहन करने के बजाय उसकी लकड़ियों को घर ले जा कर रखा जाता है ताकि साल भर उनके घर में विघ्न या कोई बाधा उत्पन्न न हो सके।
30 साल के हुलासमल और 50 साल की यशोदा को जब पता चला कि उन्हें ब्रेन ट्यूमर है तो मानों उनकी जिंदगी जैसे थम सी गई थी। जबकि नई तकनीकों से ब्रेन ट्यूमर का ईलाज संभव है और व्यक्ति जिंदगी पहले की तरह ही जी सकता है।
देशी-विदेशी पर्यटकों को शाही जीवन शैली जैसा अनूठा अनुभव देने वाली एवं पांच सितारा होटलों जैसी सुविधाओं से परिपूर्ण भारतीय रेल और राजस्थान पर्यटन विकास निगम द्वारा संयुक्त रूप से चलाई जा रही विश्व प्रसिद्ध पैलेस ऑन व्हील्स अपने नए रंगरूप और साज-सज्जा से सायं नई दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से देशी-विदेशी पर्यटकों को लेकर राजस्थानी संस्कृति से रूबरू कराने के लिये गन्तव्य स्थानों के सुनहरे सफर के लिए रवाना हो गई।
अगले साल 2021 में विवाह मुहुर्त कम है। पूरे साल केवल 51 बार ही शहनाई बजेगी। ज्योतिषीय गणना के अनुसार साल 2021 में विवाह मुहूर्त कम हैं। हिन्दू पंचांग के अनुसार साल के पहले माह में केवल एक मुहूर्त है और यह मुहूर्त 18 जनवरी को पड़ेगा, जो नए साल का पहला मुहूर्त होगा।