जयपुर। अच्छी शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण हासिल करने के बाद हमें रोजगार के बराबर अवसर मिलें, हमारी काबलियत को इंडस्ट्री के लोग समझकर अपना हिस्सा मानें तभी सही मायने में समावेशी समाज बन पाएगा। ये बात विश्व विकलांग दिवस पर स्पेशल बच्चों ने कही। अल्बर्ट हॉल पर डांस के जरिए सोमवार को उमंग स्कूल के बच्चों ने लोगों का ध्यान रोजगार और समाज में इस वर्ग की स्वीकार्यता पर खींचा। बच्चों ने अपने तरीके से अपनी बात एक प्यारी सी इस्माइल के साथ मासूम अंदाज में रखी, जिसे देखकर वहां हर कोई भावुक हो गया। स्पेशल बच्चे अपनी पीड़ा भले उस तरीके से समझा ना सके, मगर यह बात जिम्मेदारो को तो समझनी होगी।
व्हीलचेयर पर चलने वाले श्रेयांस ने कहा कि हम बच्चे जो चाहे कर सकते है, मगर लोग हमें घूरते हैं, बेचारा समझते हैं तो बुरा लगता है। मनीष और वरदान ने कहा कि हममें और दूसरे बच्चों में कोई फर्क नहीं है, इसलिए सबको काम और नौकरी का बराबर मौका मिलना चाहिए। अपूर्वा, रोहित और रिपु ने भी स्पेशल बच्चों के रोजगार के लिए उद्यमियों से खुले दिल से आगे आने की अपील की। इस मौके पर इन बच्चों ने कृष्णा लिंब के वालेन्टियर्स के साथ पशु अपंगता की भी बात की और लोगों को संभलकर गाड़ी चलाने और ट्रैफिक नियमों का पालन करने को कहा। इस आयोजन में अन्य स्कूल्स के वालेन्टियर्स भी मौजूद थे।