जोधपुर । पाली में बरसात नही होने से पेंदे बैठे जवाई बांध में 3 फीट पानी एक ही दिन में आ गया, पाली शहर में भी बादल रविवार को जमकर बरसे है और कुछ ही घंटों में 43 एमएम पानी बरस गया। लेकिन अभी भी उतना पानी नहीं आ पाया है कि पाली को इंद्र भरोसे छोड़ दिया जाए। इसके चलते रविवार को भी वाटर ट्रेन ने अपना पहला फेरा पूरा करने के लिए भगत की कोठी से दौड़ लगायी और देर रात को पानी डाल कर वापस आयी थी, पहले फेरे में 15 लाख लीटर व दूसरे फेरे में भी इतना ही पानी पाली भेजा जा रहा है। पूर्व में ये था कि अगर पाली में जोरदार बरसात होती है और जवाई बांध में पानी आता है तो वाटर ट्रेन बंद कर दी जायेगी।
बावजूद इसके रविवार को जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के आला अधिकारियों को सरकार से निर्देश मिले हैं कि जब तक जवाई बांध में पर्याप्त पानी नहीं आ जाए तब तक इस वाटर ट्रेन को चलने दिया जाए। पता चला है कि रेलवे को भी एडवांस पैसा इसके लिए सरकार ने दे रखा है। मिली जानकारी के अनुसार जवाईबांध में 3 फीट पानी रविवार को आ चुका था व इसमें पानी की आवक देर रात तक हो रही बरसात के कारण बढ़ रहा था लेकिन अभी भी उसमें डेड स्टोरेज से ऊपर तक का लेवल नहीं आ पाया है। इस लेवल को ना केवल ऊपर तक लाना है और उसके बाद करीब 3 फीट तक पानी रहता है तब तक पाली पर पानी का संकट माना जा रहा है। इसके चलते जोधपुर शहर के हिस्से का पानी पाली शहर को दिया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार जोधपुर में भी 100 एमएम बरसात होने के कारण कायलाना में कैचमेंट का पानी आने से पीएचईडी को कुछ राहत मिली है।
अधिकारी ने क्या कहा
अभी तो बरसात एक दिन हुई है। पाली में अभी पानी की जरूरत है। इस कारण वाटर ट्रेन तो चलानी ही पडेगी। बार-बार बंद करके वापस तो नहीं चलाया जा सकता। -दिनेश पेडनीवाल, पीएचईडी एसई सिटी, जोधपुर