जोधपुर । आयुर्वेद चिकित्सकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से आयुर्वेद विभाग को सीएमएचओ के अधीन नहीं देकर स्वतंत्र रखने की गुहार की है। राजस्थान आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी संघ ने इस संबंध में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पूरे प्रदेश की इकाईयों से ज्ञापन भेजा है।
संघ के प्रवक्ता ने बताया, कि कोविड-19 के चलते 7 अप्रेल 2020 से सभी आयुर्वेद चिकित्सकों एवं नर्सिंग स्टाफ को सीएमएचओ के अधीन सेवाएं देने का आदेश सरकार ने जारी किया है। संघ ने कहा, कि आयुर्वेद चिकित्सक इस वैश्विक महामारी में भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने का कार्य भी कर रहा हैं। इसमें आयुर्वेद औषधि क्वाथ व काढे का वितरण कर रहे हैं। इस महामारी के चलते च्यवनप्राश ओर क्वाथ सहित कई आयुर्वेद औषधियों की मांग भी बढी है।
बंद हो जाएंगे चिकित्सालय
संघ के प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा, कि कोविड-19 में आयुर्वेद चिकित्सकों एवं नर्सिंग को लगाने ओर सीएमएचओ के अधीन देने से गांवों कस्बो व शहरों मे चल रहे आयुर्वेद चिकित्सालय बंद हो जाएंगे।