जोधपुर । कोरोना संक्रमण के कारण पैसेंजर ट्रेनों का संचालन बंद होने के कारण चालू वित्त वर्ष में उसे 35हजार करोड़ का भारी नुकसान हो सकता है। वर्तमान में 230 स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा हैं। इन ट्रेनों में ऑक्युपेंसी 75 फीसदी के करीब हैं। ऐसे में रेलवे को करीब 35 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। पिछले वित्त वर्ष में रेलवे की पैसेंजर ट्रेनों से कमाई करीब 50 हजार करोड़ रुपये थी ।
मालगाड़ी सेक्शन में फायदा
दूसरी तरफ रेलवे को मालगाड़ी सेगमेंट में फायदा होता दिख रहा है। रेलवे के अनुसार पिछले साल के मुकाबले इस सेगमेंट का रेवेन्यू 50 फीसदी ज्यादा रहने का अनुमान है। इस साल पैसेंजर सेक्शन का रेवेन्यू पिछले साल के मुकाबले 10.15 फीसदी तक होगा। 30-35 हजार करोड़ का नुकसान मालगाड़ी से होने वाली कमाई से एडजस्ट करने में रेलवे जुट गया है।
अनुमान को घटाया
बजट में रेलवे ने अनुमान लगाया था, कि मालगाड़ी से उसकी कमाई 1.47 लाख करोड़ होगी और पैसेंजर ट्रेन से उसकी कमाई 61 हजार करोड़ रुपये होगी। हालांकि लॉकडाउन के कारण रेलवे ने अपने अनुमान को अपडेट करने में जुट गया है।