जोधपुर। केन्द्रीय कारागार के महिला जेल में बनी क्वॉरंटीन सेंटर की दीवार फांदकर फरार हुआ हिस्ट्रीशीटर बंदी गुरुवार को दूसरे दिन भी पुलिस के हाथ नहीं लगा। उसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं लग सका है। रातानाडा पुलिस ने बताया, कि मूलत: जालोर जिले में भाद्राजून थानान्तर्गत ऊकली गांव हाल दल्ले खां की चक्की के पास झुग्गी झोपड़ी निवासी कैलाश उर्फ डोडिया बावरी बुधवार को जेल से फरार हुआ था। हत्या के मामले में उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया था। वह महिला जेल में बने अस्थाई क्वॉरंटीन सेंटर में बंद था।
बुधवार सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे जेल बंद करने लगे तो कैलाश उर्फ डोडिया नजर नहीं आया। जेल प्रहरियों ने क्वॉरंटीन सेंटर में तलाश किया लेकिन वह नहीं मिला। इस पर पूरे जेल परिसर की तलाश की गई। तब उसके भाग निकलने की पुष्टि हुई। इसके बाद जेल अधीक्षक की तरफ से रातानाडा थाने में बंदी कैलाश उर्फ डोडिया के खिलाफ फरार होने का मामला दर्ज किया गया। जेल प्रशासन का कहना हैं, कि महिला जेल की क्वॉरंटीन जेल में सुबह 10.40 बजे बंदियों को खाना खिलाया गया था। कैलाश उर्फ डोडिया ने भी खाना लिया था। इसके बाद जेल बंद करने के दौरान बंदियों की गिनती व हाजिरी ली तो वह नजर नहीं आया। जांच के बाद जेल प्रशासन को अंदेशा है कि जेल के पिछले हिस्से में दो दीवारें बनी हुई हैं।
दोनों के बीच खुली जगह है, जहां पौधे लगे हुए हैं। इन दीवार को फांदकर बंदी के भागने का अंदेशा है। आरोपी डोडिया ने चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थानान्तर्गत पाल बालाजी मंदिर के पीछे स्थित मार्बल कटिंग फैक्ट्री व निर्माणाधीन मकान में गत 25 जुलाई की मध्यरात्रि जानलेवा हमला किया गया था। फैक्ट्री में चौकीदार व मकान में चौकीदार दंपती घायल हो गए थे। अगले दिन 26 जुलाई को घायल गार्ड रोहिचा कला निवासी नरेश राणेजा की मृत्यु हो गई थी जबकि राजेश व पत्नी सुनीता घायल हो गए थे। पुलिस ने हमलावर कैलाश उर्फ डोडिया पुत्र बंशीलाल बावरी को गिरफ्तार कर 29 जुलाई को न्यायिक अभिरक्षा में भिजवाया था। वह शास्त्रीनगर थाने का हिस्ट्रीशीटर है।