जोधपुर । संघलोक सेवा आयोग की ओर से सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा का रविवार को आयोजन किया गया। कोरोना के बढते प्रकोप से भय के साये में जोधपुर के परीक्षा केन्द्रों पर करीब 46 फीसदी अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। दो पारियों में आयोजित परीक्षा में मॉडरेट कठिन स्तर के पेपर ने अभ्यर्थियों को चिंता में डाल दिया। जिसमें दूसरी पारी के सी सैट पेपर 2 में परम्परागत सवालों के बजाय कुछ विषयों पर ज्यादा फोकस सवालों ने अभ्यर्थियों को उलझा दिया। ऐसे में अभ्यर्थियों को इस बार भी कट ऑफ काफी कम रहने की संभावना दिख रही है।
सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा का रविवार को जोधपुर के 24 परीक्षा केन्द्रों पर दो पारी में आयोजन किया गया। सुबह की पहली पारी की परीक्षा के लिए कुल पंजीकृत 7859 अभ्यर्थियों में से 3651 अभ्यर्थी उपस्थित हुए। वहीं 4208 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। ऐसे में करीब 46.46 फीसदी अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। वहीं दूसरी पारी की परीक्षा में कुल पंजीकृत 7859 अभ्यर्थियों में से 3611 अभ्यर्थी उपस्थित हुए। 4248 अभ्यर्थी परीक्षा देने नहीं आए। उपस्थित प्रतिशत करीब 45.95 फीसदी रहा। कई हलकों में माना जा रहा है अभ्यर्थियों के परिवहन में दिक्कतों के कारण से परीक्षा देने के लिए नहीं पहुंच पाए।
मॉडरेट कठिन रहा पेपर
अभ्यर्थियों ने बताया कि पहले पेपर में थोडा कठिन रहा। वहीं दूसरे पेपर में तो मॉडरेट स्तर का कठिन रहा। परीक्षा में परम्परागत पैटर्न से हटकर कुछ विषयों पर ही अधिक फोकस कर दिया गया। जिसके कारण से अभ्यर्थी सवालों में उलझ गए। जिससे अभ्यर्थियों का मानना है कि कट ऑफ सामान्य स्तर की ही रहेगी।
केन्द्रों पर माकूल बंदोबस्त, बाहर टूटे नियम
परीक्षा केन्द्रों पर कोरोना गाइडलाइन को लेकर माकूल बंदोबस्त किए गए। जिसमें मास्क, फेस कवर, हैंड सैनिटाइजर और सामाजिक दूरी का पालन आदि की बखूबी पालना की गई। उम्मीदवारों को अपने साथ पारदर्शी शीशी में हैंड सैनिटाइजर ले जाने की अनुमति दी गई थी। वहीं केन्द्रों को भी सेनेटाइज किया गया। मगर परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा के पहले और बाद में अभ्यर्थियों की भीड उमडने से सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उडती नजर आई। कुछ केन्द्रों के बाहर पुलिस तैनात होने के बाद भी अभ्यर्थियों पर कोई सख्ती नहीं की गई। जिसके कारण से कोरोना गाइडलाइन केन्द्रों के बाहर मखौल बनी नजर आई।