जोधपुर । रेलमंत्रालय द्वारा लॉकडाउन के दौरान ट्रेनों का संचालन बदं करने के बाद 1 जून से स्पेशल ट्रेनों के रूप में 200 ट्रेनों का संचालन करने का निर्णय लिया है। इसके लिये गुरुवार से उनका आरक्षण भी शुरू कर दिया, लेकिन रेलवे की लापरवाही के कारण 50 से अधिक ट्रेनों की फीडिंग नही होने से यात्रियों को परेशानी होती रही और वे अपने क्षेत्र की ट्रेन ढूंढते रहे। दरसल रेलवे द्वारा आगामी एक जून से देश भर में चलाई जाने वाली 200 ट्रेनों की गुरुवार सुबह 10 बजे से बुकिंग शुरू की। लेकिन जब बुकिंग शुरू हुई तो आईआरसीटीसी के सर्वर में करीब 50 ट्रेनों का ही डाटा फीड हुआ था। रेलवे की भाषा में फीडिंग कहते हैं। इसलिए यात्री परेशान हुए कि उनके रूट की ट्रेन के बारे में आईआरसीटीसी की साइट कुछ बता ही नहीं रही है।
क्या होती है ट्रेनों की फीडिंग
रेलवे के अनुसार किसी भी ट्रेन की बुकिंग शुरू करने से पहले सिस्टम में उस ट्रेन से संबंधित सभी तरह की जानकारी फीड करनी होती है। मसलन ट्रेन में किस किस श्रेणी के डिब्बे होंगे, कितने डिब्बे होंगे, उसका स्टॉपेज क्या होगा, किस स्टॉपेज के लिए कितनी सीटें का कोटा तय होगा, दिव्यांग कोटा या अन्य कोटा कितना होगा। इसके साथ ही उसमें किराया के बारे में भी जानकारी देनी होती है। रेलवे के अनुसार यह काफी टाइम टेकिंग काम है। इसमें इस बात का ख्याल रखना होता हैं, कि कहीं गलत जानकारी फीड न हो जाए ।
देर से मिली जानकारी
रेलवे के अनुसार ट्रेन की फीडिंग के लिए देर से रेलवे बोर्ड से जानकारी मिली। बताया जा रहा हैं, कि 200 ट्रेन चलाने के बारे में बुधवार रात करीब 11 बजे तो फैसला ही हुआ। उसके बाद आधी रात को कुछ देर के लिए सिस्टम बंद किया जाता है। सिस्टम खुलने के बाद सीमित कर्मचारियों के साथ सिस्टम की ट्रेन में फीडिंग शुरू हुई। तब भी सुबह 10 बजे बुकिंग खुलते वक्त करीब 50 ट्रेनों की ही फीडिंग हो पाई थी ।
धीरे-धीरे बढ़ती रही है संख्या
जानकारी के अनुसार आज सुबह 11 बजे तक 69 ट्रेनों की फीडिंग हो पाई थी। जबकि दोपहर 12 बजे तक 73 ट्रेनों की। तब तक देश भर में कुल 1 लाख 49025 टिकट या पीएनआर जनरेट हो चुके थे। इनमें कुल मिलाकर 2 लाख 90 हजार 510 पैसेंजरों की बुकिंग हुई थी ।