नई दिल्ली। निर्भया गैंगरेप मामले में दोषी मुकेश सिंह ने एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दया की गुहार लगाई है। मुकेश सिंह ने अपनी वकील वृंदा ग्रोवर के जरिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर राष्ट्रपति द्वारा याचिका खारिज करने को चुनौती देते हुए रहम की गुहार लगाई है। गौरतलब है कि मुकेश सिंह की दया याचिका 17 जनवरी को ही राष्ट्रपति महोदय खारिज कर चुके हैं।
उधर पटियाला हाउस कोर्ट में निर्भया मामले के तीन दोषियों की याचिका पर सुनवाई हुई। दोषियों के वकील ने कोर्ट से तिहाड़ जेल से दया याचिका दाखिल करने के लिए जरूरी कागजात देने की मांग की थी। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद याचिका खारिज कर दी। मामले में सरकारी वकील ने कोर्ट से कहा कि तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने पहले ही दोषियों के वकील द्वारा मांगे गए सभी संबंधित दस्तावेज मुहैया करा दिए हैं। दोषी सजा में देरी करने की तरकीब अपना रहे हैं।
सुनवाई के दौरान दोषी विनय शर्मा के वकील ने कोर्ट में तिहाड़ प्रशासन पर एक बड़ा आरोप लगा दिया। दोषी के वकील ने कहा कि तिहाड़ में विनय शर्मा को धीमा जहर दिया गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन कोई मेडिकल रिपोर्ट नहीं दी जा रही। कोर्ट ने इस मामले पर कहा कि आगे किसी दिशा-निर्देश की आवश्यकता नहीं है। कोर्ट ने दोषी के वकील की वह याचिका खारिज कर दी जिसमें कहा गया था कि तिहाड़ जेल दस्तावेज नहीं सौंप रही है।
बता दें कि दोषियों के वकील एपी सिंह ने यह आरोप लगाते हुए कोर्ट में अर्जी लगाई थी कि जेल प्रशासन ने अब तक वह दस्तावेज नहीं सौंपे हैं जिनकी अक्षय सिंह (31) और पवन गुप्ता (25) के लिए क्यूरेटिव पेटिशन दायर करने के लिए जरूरत है। अभियोजन पक्ष और बचाव पक्ष को सुनने के बाद कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी। पटियाला हाउस कोर्ट द्वारा जारी डेथ वारंट के मुताबिक चारों दोषियों को 1 फरवरी की सुबह 6 बजे फांसी दी जानी है।