भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना जिले में जहरीली शराब पीने के कारण एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत के मामले में बुधवार को कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को हटाने के निर्देश दिए हैं। शिवराज सिंह ने इस संबंध में उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा के बाद यह निर्देश दिए। बैठक में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस और पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी भी मौजूद थे। चौहान को अधिकारियों ने मुरैना जिले में 2 दिनों के दौरान घटी घटना के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। चौहान ने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को तत्काल हटाया जाए।
उन्होंने कहा कि यह घटना तकलीफ पहुंचाने वाली है। मिलावट के खिलाफ अभियान चल रहा है, फिर भी यह घटना हुई। उन्होंने पूरे मामले की जांच कराने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे मामलों में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों की भी जिम्मेदारी तय की जाएगी। वे मूक दर्शक नहीं रह सकते हैं। उन्होंने शराब के अवैध कारोबार के खिलाफ पूरे प्रदेश में अभियान चलाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि आबकारी अमला भी कड़ी निगरानी करे। मुरैना जिले के बागचीनी थाना क्षेत्र के छेरा मानपुर गांव के घरों में अवैध शराब बनायी जा रही थी, जिसके सेवन से 2 दिन पहले कई ग्रामीण बीमार हो गए। ग्रामीणों को इलाज के लिए मुरैना जिला अस्पताल एवं ग्वालियर ले जाया गया था। मंगलवार तक एक दर्जन ग्रामीण मारे जा चुके हैं। इसके पहले मंगलवार को प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए प्रभारी जिला आबकारी अधिकारी जाविद अहमद और बागचीनी के थाना प्रभारी अविनाश राठौर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।