जयपुर। सवाई मानसिंह अस्पताल में 41वां अंगदान किया गया है। चेयरमैन सोटो व प्राचार्य एसएमएस मेडिकल कॉलेज डॉ. सुधीर भंडारी ने बताया कि स्टेट में कार्यरत स्टेट ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन की टीम डॉ. अमरजीत मेहता, डॉ मनीष शर्मा, डॉ अजीत सिंह व रोशन बहादुर तथा सवाई मानसिंह असप्ताल के ट्रांसप्लांट को-ऑर्डिनेटरों के अथक प्रयासों से विशाल के परिवारजन को अंगदान के लिए प्रेरित किया गया। डॉ. सुधीर भंडारी ने अंगों के प्रत्यारोपण के लिए ट्रांसप्लांट सर्जन्स का भी आभार प्रकट किया, जिन्होंने देर रात तक अंगों का प्रत्यारोपण किया। दोनों किडनीयों को सवाई मानसिंह चिकित्सालय, लिवर को महात्मा गांधी अस्पताल, जयपुर में प्रत्यारोपित किया गया।
हार्ट व लंग्स का राजस्थान में कोई भी मरीज नहीं होने के कारण ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन के द्वारा हार्ट व लंग्स का आवंटन राजस्थान से बाहर नेशनल ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन भारत सरकार की सहायता से किया गया। हार्ट व लंग्स दोनों ही चेन्नई के अपोलो हॉस्पिटल में 46 वर्षीय महिला को प्रत्यारोपित किए गए। हार्ट व लंग्स को 1 फरवरी 2021 को देर रात 3 बजे ग्रीन कॉरिडोर की सहायता से सवाई मानसिंह अस्पताल से एयरपोर्ट पहुंचाने के लिए जयपुर ट्रैफिक पुलिस की सहायता ली।
बता दें कि जयपुर के बस्सी कस्बे का निवासी विशाल (14 वर्ष) 26 जनवरी 2021 को अपने तीन दोस्तों के साथ बाइक से कहीं जा रहा था। इस दौरा सड़क पर आगे चल रही बस के ड्राइवर ने अचानक ब्रेक लगा दिए, जिससे बाइक असंतुलित होकर बस से टकरा गई। हेलमेट ना पहनने की वजह से विशाल गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया। 31 जनवरी को हालत नाजुक होने के कारण परीक्षण किए गए और विशाल को ब्रेन डैथ घोषित कर दिया गया। परिवार के सदस्यों ने समझाइश के बाद 2 फरवरी को विशाल के अंगों का दान करने का फैसला लिया।