रक्तचाप से जुड़ी बीमारी हाइपरटेंशन आज दुनियाभर में अपनी जड़ें जमा चुकी है। कोरोना के बीच कई ऐसी रिसर्च भी आई हैं, जिसमें यह सामने आया है कि हाइपरटेंशन के मरीजों को कोरोना का संक्रमण होता है तो यह उनके लिए अन्य मरीजों की अपेक्षा अधिक जानलेवा है।
प्रदेश के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल के कार्डियो थोरेसिक विभाग ने एक जटिल ऑपरेशन कर 19 वर्षीय किशोरी के हृदय की जन्मजात विकृति को दूर करने में सफलता हासिल की है। इसमें चिकित्सकों ने यह ऑपरेशन बिना छाती की हड्डी कांटे एक छोटा सा चीरा लगाकर अंजाम दिया है।
जयपुर शहर के सीतापुरा स्थित महात्मा गांधी अस्पताल के हार्ट सर्जन को एओर्टिक डिसेक्शन का जटिल ऑपरेशन कर एक युवक की जान बचाने में सफलता अर्जित की है। युवक बहुत ही नाजुक स्थिति में महात्मा गांधी अस्पताल में आया था। प्रख्यात हार्ट सर्जन डॉ एम ए चिश्ती ने तुरंत ही बीमारी की पहचान कर ली थी।
कड़ाके की ठंड के बावजूद संडे के दिन देर तक सोने के बजाय देशभर से आए धावकों ने जयपुर मैराथन के 11वें सीजन में भाग लिया। इस दौरान बच्चे, युवा, बुजुर्गों के संग पुलिस, भारतीय सेना और विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता दौड़े।
विश्व दृष्टि दिवस पर हाल में जारी एक शोध के नतीजे में कहा गया है कि भारतीयों में दृष्टि दोष या आंखों के कमजोर और बीमार होने के मामले हाल में बहुत बढ गए हैं।
फोर्टिस हॉस्पिटल के शिशु हृदय रोग सर्जरी विषेशज्ञ डॉ. सुनिल कौशल ने 15 दिन के बच्चे की दुर्लभ सफल आर्टियल स्वीच सर्जरी की। इस सर्जरी के दौरान डॉ. कौशल ने चिकित्सा जगत में नए आयाम स्थापित किए। डॉ. सुनील ने बताया की बच्चे को हृदय की दुर्लभ जन्मजात बीमारी थी, जिसे ट्रांसपोजीशन ऑफग्रेट आर्टरी कहा जाता है और उसका एक मात्र ईलाज आर्टियल स्वीच नामक हार्ट का ऑपरेशन ही है।
एसएमएस अस्पताल के चिकित्सकों ने एक बार फिर अंग प्रत्यारोपण के क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किया है। यहां चिकित्सकों ने पहली बार स्वयं के स्तर पर लीवर का ट्रांसप्लांट किया है। इस सफलता पर चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने भी उत्तर भारत में पहली बार सफलतापूर्वक कैडवरिक गुर्दा प्रत्यारोपण करने पर एसएमएस प्रबंधन एवं डॉक्टर्स की टीम को बधाई दी है।