जयपुर। रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा बिना किसी विसंगति के हो, इसके लिए शिक्षा विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है। यह परीक्षा 25 अप्रैल को 31 हजार पदों पर होगी। प्रदेश के शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने विसंगतियों को दूर करने के साथ ही रीट परीक्षा का प्रस्तावित कार्यक्रम भी जारी कर दिया है। इसके अनुसार 11 जनवरी से 8 फरवरी तक आवेदन प्रक्रिया चलेगी। 14 अप्रैल को प्रवेश पत्र अपलोड होंगे। चालन मुद्रित कर निर्धारित बैंकों की शाखा पर शुल्क जमा कराने की प्रस्तावित तिथि 11 जनवरी 2021 से 4 फरवरी 2021 है। हालांकि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड रीट परीक्षा की नोडल एजेंसी है। ऐसे में अंतिम टाइम टेबल अगले एक-दो दिनों में बोर्ड द्वारा जारी किया जाएगा।
परीक्षा में बीएसटीसी डिग्रीधारियों को बड़ी राहत देते हुए शिक्षा मंत्री ने लेवल-1 में सिर्फ बीएसटीसीधारियों को ही शामिल करने की घोषणा की है। सोमवार को शिक्षा मंत्री ने प्रेसवार्ता कर बताया कि रीट परीक्षा में विभिन्न वर्गों में 5 से 20 फीसदी तक अंकों में राहत दी गई है। परीक्षा का करीब 11 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को इंतजार है।
रीट का 90 फीसदी और एकैडमिक का 10 फीसदी अंक
शिक्षा मंत्री डोटासरा ने बताया कि रीट परीक्षा में पहले रीट के 70 फीसदी और एकैडमिक के 30 फीसदी अंकों का विभाजन था, लेकिन अब इसमें राहत देते हुए रीट का 90 फीसदी और एकैडमिक का 10 फीसदी अंकों में विभाजन किया गया है। साथ ही राजस्थान के सामान्य ज्ञान को शामिल करते हुए नया सिलेबस माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से बनवाया गया है, ताकि भावी शिक्षकों को प्रदेश के बारे में ज्यादा पता रहे।
तीन लाख बेरोजगार युवाओं को राहत
बीएसटीसी विद्यार्थियों की लंबे समय से मांग थी की लेवल-1 में सिर्फ बीएसटीसी धारियों को ही शामिल किया जाए। आखिरकार शिक्षा विभाग ने इस मांग को मानते हुए करीब 3 लाख बेरोजगार युवाओं को राहत दी है। वहीं लेवल-2 में बीएड धारियों को शामिल किया जाएगा। शिक्षा मंत्री डोटासरा ने बताया कि कई राज्यों में इस व्यवस्था को लागू किया गया था, लेकिन वहां पर भर्तियां कोर्ट में अटकी थी। ऐसे में राजस्थान में भर्ती कोर्ट में ना अटके और समय पर नौकरी मिले। इसलिए पूरा ध्यान रखा गया है।
सोशल स्टडी (द्वितीय) में वाणिज्य विषय वाले छात्र को पात्र माना
एनसीटीई के तहत स्नातक और स्नातकोत्तर में 50 फीसदी न्यूनतम अंकों की अनिवार्यता में भी शिथिलता दी गई है। वहीं वाणिज्य विषय को रीट में शामिल करने की लम्बे समय से मांग उठ रही थी, उसको भी ध्यान में रखते हुए सोशल स्टडी द्वितीय में वाणिज्य विषय वाले विद्यार्थियों को पात्र माना है।
फीस नहीं बढ़ाने का लिया फैसला
शिक्षा विभाग ने एक बड़ा फैसला लेते हुए इस साल रीट की फीस नहीं बढ़ाने का फैसला लिया है। शिक्षा मंत्री ने बताया कि कोरोना के चलते लोगों के आर्थिक हालात ठीक नहीं है। ऐसे में 2017 में जो आवेदन शुल्क था, वही रहेगा। इसमें किसी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं की जाएगी। रीट प्रथम स्तर अथवा द्वितीय स्तर (केवल एक परीक्षा) के लिए 550 रुपए निर्धारित किए हैं। प्रथम स्तर एवं द्वितीय स्तर (दोनों परीक्षाओं) के लिए 750 रुपए निर्धारित हैं।
एनसीटीई की गाइडलाइन के अनुसार पाठ्यक्रम
डोटासरा ने बताया कि पूर्व रीट परीक्षाओं में 2011 में पाठ्यक्रम से रीट का आयोजन किया जा रहा था। जबकि पाठ्य पुस्तकों में कई बार बदलाव किया जा चुका है। अब वर्तमान में चल रही पाठ्य पुस्तकों के आधार पर पाठ्यक्रम का निर्माण एनसीटीई की गाइडलाइन पर कराया गया है। इसमें राजस्थान के भूगोल, इतिहास, कला, संस्कृति आदि संबंधित टॉपिक को पाठ्यक्रम का हिस्सा होंगे।