जयपुर। देशभर के इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स को कोरोना वायरस से निपटने के बाद ही समर इंटर्नशिप करनी होगी। ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्नीकल एजुकेशन (एआईसीटीई) की ओर से कॉलेजों को इंटर्नशिप के संबंध में निर्देश दिए गए हैं। काउंसिल के अधिकारियों का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान समर इंटर्नशिप की प्रैक्टिल के लिए इंजीनियरिंग कॉलेज विद्यार्थियों को चैलेंजिंग प्रॉब्लम देंगे। कॉलेजों को ये निर्देश लॉकडाउन के समय छात्रों की प्रैक्टिस के लिए दिए हैं। लॉकडाउन के बाद स्थिति सामान्य होने पर विद्यार्थियों को काउंसिल की पॉलिसी के अनुसार ही पहले की तरह ही समर इंटर्नशिप करनी होगी।
काउंसिल का कहना है कि कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन में अभी के हालात देखते हुए सभी को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना जरूरी है। भारत सरकार और राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करते हु़ए सभी संस्थान अपने स्टूडेंट्स को निर्देश दें कि वे ऐसी कोई इंटर्नशिप न करें, जिसमें उन्हें ट्रैवल करना हो या लोगों से मिलना हो। हालांकि जो इंटर्नशिप कर रहे हैं और कंपनियों ने उन्हें घर से काम करने की सुविधा दी है, वे उसे जारी रखें। लेकिन जिन्होंने अब तक कोई इंटर्नशिप ज्वॉइन नहीं की है, ऐसे विद्यार्थियों को सकारात्मक तरीके से व्यस्त रखने के लिए कॉलेजों या संस्थानों को इंटर्नशिप के रूप में चैलेंजिंग प्रॉब्लम्स दी जाएं। काउंसिल के अधिकारियों का कहना है कि समर इंटर्नशिप तो हर विद्यार्थी के लिए जरूरी है, जिसे बाद में करवाया जाएगा।