अमेरिका का प्रमुख वित्तीय संस्थान सिटीबैंक अब भारत से अपना कारोबार समेट रहा है। सिटीग्रुप ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि ग्रुप अब भारत समेत 13 देशों से उपभोक्ता बैंकिंग कारोबार से बाहर निकलेगा। खासकर जहां इसका बिजनेस छोटे स्तर पर है। सिटीग्रुप ने यह बड़ा फैसला वैश्विक रणनीति के तहत लिया है।
पेट्रोलियम पदार्थों और खनिजों की कीमतों में भारी वृद्धि होने से मार्च 2021 में थोक मूल्यों पर आधारित थोक मुद्रास्फीति की दर 8 वर्ष के उच्चतम स्तर 7.39 प्रतिशत पर पहुंच गई है। सरकार की ओर से गुरुवार को जारी आंकड़ों में बताया गया है कि मार्च 2020 में थोक मूल्य थोक मुद्रास्फीति की दर 0.42 प्रतिशत रही थी।
कोविड-19 के तेजी से बढ़ते संक्रमण और इस कारण राज्यों द्वारा लागू किए गए प्रतिबंधों से सोमवार को शेयर बाजार में भूचाल आ गया और चौतरफा बिकवाली के बीच बीएसई का सेंसेक्स तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी करीब ढाई महीने के निचले स्तर तक लुढ़क गए।
वैश्विक स्तर पर अधिकतर मुख्य सूचकांकों में रही गिरावट के बावजूद आरबीआई द्वारा आशा के अनुरूप प्रमुख नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं करने से बुधवार को शेयर बाजार के सेंसेक्स और निफ्टी में जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 460.37 अंकों की बढ़त लेकर 49,661.76 अंक पर पहुंच गया तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 135.55 अंकों की उछाल के साथ 14,819.05 अंक पर पंहुच गया।
कोरोना संकट के इस दौर में भारतीय रिजर्व बैंक ने देश के विकास को गति देने को ध्यान में रखते हुए प्रमुख नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है जिससे घर, कार आदि पर ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद धुमिल हो गई है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रेपो रेट को 4 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट को 3.35 फीसदी पर पर यथावत रखा गया है। इसके साथ ही एमएसएफ 4.25 प्रतिशत और बैंक दर 4.25 प्रतिशत पर स्थिर है।
वैश्विक स्तर पर सभी मुख्य सूचकांकों में तेजी के बावजूद देश में बीते दिन 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 1 लाख से अधिक मामले सामने आने से बढ़ी लॉकडाउन की आशंकाओं से घरेलू स्तर पर शेयर बाजार में हाहाकार मच गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 870.51 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 229.55 अंक की बड़ी गिरावट लेकर बंद हुआ।
लॉकडाउन के बाद देश में आर्थिक गतिविधियों में आ रही तेजी के साथ ही जीएसटी राजस्व संग्रह में भी तेजी का रुख बना हुआ है और इस वर्ष मार्च में अब तक का रिकॉर्ड 123902 करोड़ रुपए का जीएसटी राजस्व संग्रहीत हुआ है।
छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में की गई भारी कटौती के फैसले से पलटते हुए सरकार ने गुरुवार को कहा कि इन योजनाओं पर पहले की तरह ब्याज मिलता रहेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को इसको लेकर एक ट्वीट करते हुए कहा कि वर्ष 2020-21 की अंतिम तिमाही में छोटी बचत योजनाओं पर जिन दरों से ब्याज मिल रहा था, वहीं ब्याज दरें वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में भी जारी रहेगी।
पिछले एक साल में कोरोना महामारी और देश भर में लगाए गए लॉकडाउन के चलते भारतीय अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका लगा था। विश्व बैंक के मुताबिक उम्मीद के विपरीत भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से पटरी पर लौटी है। विश्व बैंक ने अपनी हालिया रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि वित्त वर्ष 2021-22 में भारत की वास्तविक जीडीपी ग्रोथ 7.5-12.5 फीसदी के बीच रह सकती है।
वैश्विक स्तर पर सभी मुख्य सूचकांकों में रही तेजी और पिछले सप्ताह भारी गिरावट के चलते निवेशकों की खरीद बढ़ने से घरेलू शेयर बाजार में मंगलवार को भारी लिवाली हुई जिससे सेंसेक्स 1128 अंक उछलकर 50 हजार के पार पहुंच गया तथा निफ्टी में भी बड़ी छलांग दर्ज की गई। कोरोना के बढ़ते मामलो से शेयर बाजार में पिछले सप्ताह काफी गिरावट हुई थी।